बढ़ी ठंड, आयुर्वेदिक अस्पताल में पहुंच रहे सर्दी-खांसी के मरीज
रायपुर। मौसम में बदलाव के साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते कुछ दिनों से ठंड बढ़ी है, लेकिन एक-दो दिनों से इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में भी ऐसे मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। रोजाना की ओपीडी में करीब साढ़े 3 सौ मरीज होते हैं। इसमें सर्वाधिक वायरल फीवर, सर्दी, खांसी की समस्या लेकर लोग पहुंच रहे हैं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रवीण जोशी ने बताया कि मौसमी बीमारी के मरीज बढ़े हैं। ऐसे मरीजों को दवाइयां देने के साथ ही काढ़ा बनाने का मिश्रण दिया जा रहा है। साथ ही आईपीडी में भर्ती मरीजों का काढ़ा पिलाया जा रहा है। सर्दी-खांसी के मरीजों को कफ सीरप के साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने के लिए च्यवनप्राश दिया जा रहा है।
आयुर्वेदिक अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बुजुर्गों को मौसम में ठंड से बचाव करने की जरूरत है। खासतौर पर जो लोग पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं, उनको बिना वजह ठंड में बाहर निकलने से बचना चाहिए। पिछले चार से पांच दिनों से सुबह-शाम ठंड में तेजी आई है। मौसम में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल रहा है। लापरवाही के कारण लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम और जोड़ों के दर्द की समस्या शुरू हो जाती है।
डॉ. जोशी ने बताया कि ठंड के मौसम में जोड़ों में अकड़न होने लगती है। ब्रोंकाइटिस बीमारी में अक्सर गला खराब हो जाता है और खांसी आने लगती है, इससे बलगम बनने लगता है। ऐसे में गरम पानी पीएं और तत्काल डॉक्टर से इलाज कराएं। इसके अलावा सर्दियों में नमी के कारण कान का इंफेक्शन बढ़ने लगता है। ठंड से बचाव की जरूरत है।