दो साल पुराने वीडियो को वायरल कर भ्रामक खबरों से पुलिस को किया गुमराह,फर्जी खबरों से बिगड़ रहा है माहौल

बिलासपुर– सुर्खिया में रहना एक अच्छी बात है लेकिन ऐसी सुर्खिया किस काम की जिसको लेकर कई स्वालिया निशान लगना शुरू हो जाए।बिलासपुर में इन दिनों एक प्रचलन देखने को मिल रहा है।जहा पर झूठी सुर्खियों बटोरने के लिए बेबुनियाद वीडियो के सामने आने के बाद बिना उसकी तह में जाए बगैर,बिना तस्दीक के भ्रामक खबर वायरल करने का मानो एक सिलसिला चल रहा है।

बेबुनियाद खबरों के सामने के आने बाद उन खबरों में ऐसे मसाला भर कर ऐसी ऐसी बातों को समाहित किया जाता है जैसे मानो पूरे शहर की कानून व्यवस्था बद से बत्तर हो चली।

एक तरफ शहर की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए जिले की महिला कप्तान एसएसपी पारुल माथुर देर रात सड़को में उतर कर गस्त कर रही है।जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस महकमा में एक कसावट के साथ एक नई ऊर्जा देखने को मिल रही है।वही दूसरी तरफ पुलिस विभाग की लगातार पेट्रोलिंग और सघन चेकिंग अभियान से अपराधियों के हौसले पस्त होते नजर आ रहे है।जिसके चलते शहर में अपराधिक वारदातो में कमी देखने को मिल रही है।लेकिन इन सब के बाद भी कुछ ऐसे लोग है जो अपने स्वार्थ और अपने आप को लोकप्रिय बनाने के लिए स्तर को गिरा कर भ्रामक जानकारी समाज को परोस कर एक अशांत वातावरण बनाकर माहौल को खराब करने में लगे हुए है।

आपको बताते चले की रविवार को एक न्यूज पोर्टल में थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाके में जन्म दिवस मनाते हुए एक वीडियो सामने आया जिस पर उक्त वीडियो में तलवार से केक काटते हुए दिखाया जा रहा है।और उस वीडियो को आधार बनाकर कानून और पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर सवालिया निशान लगाते हुए शहर की कानून व्यवस्था पर हमला कर झुटी वाहवाही बटोरने में कोई कसर नहीं छोड़ते हुए जमकर उसके प्रचार प्रसार में लग गए।जबकि हमने उसकी जांच की गई तो पता चला की वह दो वर्ष पुराना वीडियो है।और अब उस वीडियो को वायरल कर किया जा रहा है।वायरल वीडियो को सामने लाने का कारण क्या इसके पीछे का यह स्वत पुलिस को संज्ञान में मामले को लेना चाइए।और पुलिस प्रशासन को ऐसी भ्रामक खबरे परोसने वाले के खिलाफ और इनके पीछे जो लोग लगे है उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की जरूरत जिससे भ्रामक खबरों में रोक लग सके। और ऐसी भ्रामक खबर को

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