पलायन के लिए इंकार करने से बौखलाए लोगों ने किया मजदूर का अपहरण.. 50 हजार की फिरौती की थी मांग.. 2 घण्टे के भीतर 7 पकड़ाएं..
बिल्हा के बिटकुली में एक बोलेरो में सवार 7 लोगो ने एक अधेड़ का अपहरण कर लिया। ₹50000 की फिरौती की मांग को लेकर किये गए अपहरण के मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाई और अपहरणकर्ता पकड़ लिए गए है.. पीड़ित अशोक कुर्रे ने पुलिस को बताया कि वह रोजी-रोटी की तलाश में हर बरस पलायन करते हैं.. और इसके लिए पचपेड़ी क्षेत्र के लेबर सरदार से अक्सर अग्रिम राशि भी लिया करते हैं.. पिछले दिनों अमिताभ दिनकर, भुनेश्वर दिनकर, सतीश बर्मन, सुरेंद्र जांगड़े ,देवचरण यादव,भोंगल यादवऔर घनश्याम टंडन झारखंड जाने के बाद को लेकर बिटकुली के 13 लोगों को दो ₹2000 अग्रिम दिया था और ऐसे में अग्रिम पाने वाले मजदूर झारखंड जाने से इनकार कर दिए। इससे बौखलाए पांचों ने अशोक का अपहरण कर उसे चिल्हाटी के जंगल में ले गए और दिए गए रुपयों समेत 50,000 की मांग की और वापस नहीं करने पर जान से मारने की धमकी भी दी.. अपहरणकर्ताओं ने अशोक के भाई हो फोन लगाकर अशोक से बात भी कराया मामला समझ में आते ही अशोक के परिजन बिल्हा थाना पहुंच कर घटनाक्रम से पुलिस को अवगत कराया। हरकत में आई पुलिस ने तत्काल पचपेड़ी चिल्हाटी मौके पर घेराबंदी की और पांचों आरोपियों को धर दबोचा.. इस मामले में बिल्हा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 364 384 और 34 की कार्यवाही की है.. घटना में प्रयुक्त बोलेरो को ज़ब्त कर लिया है.. फिलहाल इस मामले में पुलिस आरोपियों से और भी पूछताछ कर रही है.. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में रोजगार के संसाधन कम हैं। ऐसे में अक्सर मजदूर दिगर प्रांत पलायन करते हैं.. पिछले लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने मजदूरों को वापस लाया था मगर उसके बाद रोजी-रोटी की मुश्किल को देखते हुए पलायन का क्रम जारी है.. यह पूरा मामला भी रोजगार पलायन से संबंधित है.. सरकार प्रदेश के मजदूरों को रोजगार मुहैया कराए तो मजदूरों का एक बड़ा तबका जहां रोजगार पा सकेगा वहीं इनका शोषण रुकेगा..