जिले में अवैध रेत उत्खनन करने वाले माफियाओं का राज.. नियमों की धज्जियां उड़ाकर अवैध खनन जारी..
पूरे देश समेत पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों कोरोना वैश्विक महामारी ने अपनी जड़े फैलाई हुई हैं लेकिन आपदा को अवसर में बदलने का खेल बिलासपुर का खनिज विभाग और अवैध रेत उत्खनन माफिया जमकर खेल रहे हैं.. मॉनसून के आगमन के साथ ही प्रदेश के रेत घाटों को बंद कर दिया गया था.. जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेत चोरी के मामले पर कड़ी चिंता भी जाहिर की थी.. साथ ही खनिज के अवैध उत्खनन के प्रति कड़ी कर्रवाई की बात कही थी.. लेकिन लगता है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बात का ज्यादा फर्क उनके प्रिय जिले बिलासपुर के खनिज विभाग में पदस्थ अधिकारी और उनकी शह पर चोरी की चांदी काट रहे माफियाओं को नहीं पड़ी.. इसलिए संभाग की एक मात्र संसदीय सचिव रश्मि सिंह ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले घुटकू इलाके में जमकर अवैध रेत उत्खनन का काम चल रहा है.. बता दें कि राज्य शासन द्वारा आगामी 15 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी रेत खदानों में उत्खनन के काम पर बैन लगा दिया गया है.. बावजूद इसके छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर शहर से सटे इलाके में धड़ल्ले से रेेत खनन का कार्य चल रहा है.. बिलासपुर का खनिज विभाग वैसे ही माफियाओं से सेटिंग्स के नाम पर बदनाम रहा है.. पूर्व में भी राजनीतिक सरपरस्ती की वजह से माफियाओं में जश्न का माहौल बना रहता था.. पूर्व में भी लगातार शिकायत मिलने के बाद भी हाथ पर हाथ पर बैठा रहता था.. खनिज अधिकारियों से बात करने पर उनका पूरा इशारा राजनीतिक सरपरस्ती पर रहता है.. भले ही कैमरे के सामने अधिकारी कुछ न कहे लेकिन ऑफ कैमरा अधिकारी माफियाओं के नाम गिनाते नहीं चूकते.. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि विभाग के शह पर बिलासपुर में रेत माफिया का राज चल रहा है कि.. माफियाओं के राज में विभागीय अधिकारी पल फूल रहें हैं..