पूरे शहर में जगमगाहट फैलाने वाले आखिर क्यों हुए ज्ञापन सौंपने को मजबूर.. सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर प्रशासन से मांगी मदद..
जबसे कोरोना वैश्विक महामारी दुनिया में आई है तब से दुनिया के अधिकांश देशों में लॉकडाउन का दौर चलता रहा है और इस लॉकडाउन के दौर की वजह से मध्यमवर्गीय और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों का जीवन यापन करना दुश्वार हो गया है.. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लॉकडाउन का एक लंबा दौर बीत चुका है.. जिसके बाद भी लगातार कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है.. बावजूद इसके सारे कामों की छूट दी जा चुकी है.. लेकिन अब तक शुभ कार्यों से जुड़े लाइटिंग डेकोरेशन वालों को जीवन यापन के लिए काम की तलाश है..
इसे लेकर मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में लाइट डेकोरेशन संघ वाले बिलासपुर के कलेक्टर को ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे.. जहां उन्होंने एडीएम से मिलकर अपनी दयनीय अर्थव्यवस्था और चरमराती जीवन शैली को लेकर मदद हेतु ज्ञापन सौंपा.. साथ ही उन्होंने निवेदन भी किया कि.. प्रशासन द्वारा उनके लिए किसी भी प्रकार की मदद की जाए.. ताकि उनके द्वारा अपना और अपने परिवार का पेट पालने में सहूलियत हो सके.. लाइट संघ के अध्यक्ष भुट्टो राज ने बताया कि लाइट डेकोरेशन वालों की वजह से एक समय पूरा शहर जगमगाता था.. त्यौहारों के समय शहर में लाइटिंग की व्यवस्था कर प्रदेश में बिलासपुर को एक अलग स्थान दिलाने में लाइट डेकोरेशन वालों का महत्वपूर्ण भूमिका रही है.. लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी के वजह से इस काम से जुड़े लोगों को आज दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है..