ओवर रेटिंग और मिलावट की शिकायत के बाद आबकारी अधिकारी की बड़ी कार्रवाई.. ब्रांड की समस्या से मिलेगी निजात..

छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा शराब बेचने के निर्णय को लेकर समय समय पर सवाल उठते रहे हैं.. उनमें से मुख्यतः शराब ब्रेंड का न मिलने से लेकर शराब में मिलावट को लेकर रही है.. छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में भी शराब में मिलावट को लेकर शिकायतों और उसमें पूर्व अधिकारियों की मलाई लेकर खानापूर्ति की बात भी सामने आती रही है.. लेकिन पिछले कुछ दिनों में बिलासपुर आबकारी विभाग द्वारा की गई कार्रवाइयां सुर्खियां बनी रहीं.. पिछले दिनों आबकारी विभाग में नई अधिकारी नीतू नोतानी सिंह के पदभार ग्रहण करने के बाद आबकारी विभाग में कार्रवाइयों का सिलसिला तेज़ी से चल रहा है.. शासकीय शराब दुकानों में काम करने वाले करीब 30 से 35 कर्मचारियों के द्वारा की जा रही घपलेबाजी और ओवर रेटिंग की शिकायतों को देखते हुए आबकारी अधिकारी नीतू नोतानी सिंह ने बड़ी कर्रवाई करते हुए नौकरी से निकाला है..

इतना ही नहीं कच्छी शराब बिक्री की शिकायतों के बाद पूरे जिले में अलग- अलग गांवों के कोचियों को पकड़कर बड़ी मात्रा में कच्ची शराब जब्त करने में सफलता पाई है.. जिले में लगातार हो रही कार्रवाई यों के बाद शहर के शराब दुकानों की हालत अब बदलने लगी है.. एक ओर जहां ब्रांड कोई कमी से जूझ रहे बिलासपुर में विभिन्न प्रकार के ब्रांड अब आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं.. वहीं ओवर रेटिंग की समस्याओं से भी लोगों को निजात मिलती दिख रही है.. आबकारी अधिकारी का कहना है कि आने वाले समय में मिल रही शिकायतों पर भी कार्रवाई जारी रहेगी और जनता को विभिन्न प्रकार के बयान को उपलब्ध कराना उनका सर्वप्रथम कार्य होगा..

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