छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल कॉरिडोर के घरघोडा़ स्टेशन से भेजा गया कोयले का पहला रेक
बिलासपुर-एसईसीएल की अनुषंगी रेल कॉरिडोर कंपनी छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड के घरघोडा़ रेल्वे साईडिंग से दिनांक 15.11.2021 को कोयले से भरा पहला रेक रवाना किया गया। यह डिस्पैच छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) के मारवा पॉवर हाऊस को किया गया।
छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड मिनीरत्न उपक्रम एसईसीएल की सबसिडियरी कंपनी बतौर स्पेशल परपस व्हीकल (एसपीव्ही) पीपीपी मॉडल पर विकसित की गई है। इस कॉरिडोर के रूट की कुल लंबाई लगभग 130किमी. है जिसमें खरसिया से धरमजयगढ़ की मेन लाईन, तीन फीडर लाईन तथा घरघोड़ा से डोंगा मउआ तक के कनेक्टिंग लाईन शामिल हैं जिनके जरिए रायगढ़ क्षेत्र के गारे पेलमा ब्लॉक की खदाने रेल नेटवर्क से जु़ड़ सकी है। प्रोजेक्ट के खरसिया से धरमजयगढ़ की मेन लाईन (74किमी.) की कमीशनिंग की जा चुकी है तथा शेष परियोजना 30 सितम्बर 2022 तक पूरी हो जाने की आशा है।
घरघोड़ा रेल्वे साईडिंग से कोयले के रेक की ढुलाई आरंभ होने से कोल डिस्पैच की क्षमता में लगभग 3-रेक प्रतिदिन का इजाफा होने की आशा है।
सीईआरएल एसईसीएल के माण्ड-रायगढ़ कोलफील्ड्स से कोयले के त्वरित निष्कासन के उद्देश्य से विकसित की जा रही है जिसमें लगभग 3055-करोड़ रूपये का पूजीगत निवेश किया जा रहा है। वर्ष 2019 में प्रोजेक्ट के खरसिया-कोरीछापर लाईन से माल ढुलाई आरंभ किया जा चुका है।