धान खरीदी केंद्र एक और उसका संचालन करने वाले दो संचालक,पढ़िए पूरी ख़बर
पखांजुर/छत्तीसगढ़
रिपोर्ट:-देवजीत देवनाथ 6266530044
पंखाजूर- धान उपार्जन केंद एक लेकिन प्रभारी दो,कांकेर जिले के बांदे लैम्पस धान खरीदी प्रभारी नियुक्ति को लेकर शुरुआत से ही सुर्खियों में रह है।दरअसल मामला बांदे लैम्पस के छोटेबेटिया धान उपार्जन केंद का है जहाँ पर फिलहाल दो खरीदी प्रभारी धान खरीदी के लिए नियुक्त किया है।
कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के छोटेबेटिया धान उपार्जन केंद्र में बिजय जोरदार को खरीदी प्रभारी नियुक्ति किया गया था लेकिन 30 नवम्बर के रात को फिर से नए आदेश निकालकर सुजीत माझी को खरीदी प्रभारी बनाया गया है,सुजीत माझी द्वारा पिछले दो महीनों से धान खरीदी कार्य करता रहा है,लेकिन पूर्व प्रभारी बिजय जोरदार ने भी दिन रात फड़ के लिए अधिकारियों का दफ्तर के चक्कर लगाते रहे,जब कोई हल नही निकाला तो विजय ने हाई कोर्ट का शरण लिया, जहाँ से बिजय को फड़ प्रभारी नियुक्ति के लिए प्रबंधक को पत्र भेजा गया,ऐसे में आनन फानन में प्रबंधक द्वारा पिछले दिनों सुजीत माझी को खरीदी कार्य बंद करने को मौखिक आदेश किया गया तथा विजय जोरदार को खरीदी प्रभारी 2 का आदेश दे दिया गया,साथ ही विजय को अलग स्थान पर खरीदी करने को भी कहा गया,जहाँ पर महज कुछ लाइट की व्यवस्था छोड़ कुछ नही किया गया,आज सुबह जब विजय द्वारा खरीदी में उपयुक्त समान लेन पहुचा तो पूर्व प्रभारी द्वारा कार्य करने नही दिया गया,ऐसे में समझ से परे है कि धान खरीदी के दो महीने बीत गए महज कुछ दिन ही बचे है ऐसे में दो फड़ प्रभारी बनाना अधिकारी पर सवाल उठना लाजमी है,
आखिर लैम्प्स प्रबंधक द्वारा इतना बड़ा लापरवाही करने के पीछे क्या कारण रहा होगा,समिति के बिना बैठक तथा बिना प्रस्ताव के ही दूसरा प्रभारी नियुक्ति कर दिया जाता है तो वही 2 महीने से खरीद रहे प्रभारी को निरस्त के बाद भी कैसे धान खरीदी कर सकते हैं।