किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का आज से होगा शुभारंग,1 नवम्बर से 31 जनवरी तक तीन महीने तक चलेगा अभियान,1.23 लाख किसानों ने धान बेचने कराया पंजीयन,पिछले साल से 6 हजार 464 ज्यादा किसान इस बार बेचेंगे धान,ग्रेड ए धान 2060 रू. एवं कॉमन धान 2040 रू. प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित,जिले में 130 उपार्जन केन्द्रों में खरीदी के लिए प्रशासनिक तैयारियां पूर्ण, कलेक्टर ने अधिकारियों को दी हिदायत, धान बेचने में नहीं होनी चाहिए किसानों को दिक्कत

बिलासपुर–राज्य शासन की मंशा के अनुरूप जिले में 1 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू होगी। किसान हित में राज्य सरकार का लगभग तीन महीने तक चलने वाला यह सबसे बड़ा अभियान होगा। खरीदी 1 नवम्बर से शुरू होकर 31 जनवरी 2023 तक चलेगी। गत साल की अपेक्षा किसानों को इस समय धान बेचने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। धान खरीदी केन्द्रों से लेकर जिला कार्यालयों तक खरीदी से जुड़े तमाम प्रशासनिक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार किसानों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। टोकन की परेशानी से बचाव के लिए इस दफा वैकल्पिक तौर पर ऑनलाईन टोकन सुविधा भी बनाई गई है ताकि इच्छुक किसान घर बैठे अपना टोकन स्वयं जारी कर सकें। कलेक्टर श्री सौरभकुमार ने धान खरीदी से जुड़े सभी अधिकारियों को हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि खरीदी कार्य से जुड़ी हर स्तर की समस्या का तत्काल समाधान निकाला जाये। किसानों को किसी भी स्तर पर परेशानी नहीं होनी चाहिए।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि जिले में इस साल धान बेचने के लिए 1 लाख 23 हजार 741 किसानों ने पंजीयन कराये है। पिछले साल के 1 लाख 17 हजार किसान के मुकाबले इस बार 6,464 ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराये हैं। जिले में धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य 5.43 लाख मीटरिक टन निर्धारित किया गया है, जो कि पिछले साल के 4.84 लाख मीटरिक टन से काफी अधिक है। धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जायेगी। कॉमन धान का समर्थन मूल्य 2040 रूपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान का समर्थन मूल्य 2060 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। धान खरीदी की अधिकतम सीमा पूर्व वर्ष की भांति लिंकिंग सहित 15 क्विंटल अधिकतम है। किसानों की सुविधा के लिए जिले की 114 समितियों के अंतर्गत 130 धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।
धान खरीदी के लिए 27 हजार 174 गठान बारदानों की जरूरत होगी। इसमें आधा नये एवं आधा पुराने बारदाने होंगे। फिलहाल 21 हजार गठान खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्रों पर उपलब्ध करा दिये गये हैं। गौरतलब है कि एक गठान बारदाने में 500 नग बारदाने शामिल होते हैं। अनुमान लगाया गया है कि इस साल किसानों से बारदाने लेने की जरूरत नहीं होगी। यदि जरूरत पड़ी भी तो 25 रूपये प्रति बारदाने के हिसाब से उन्हें भुगतान किया जायेगा। प्रति सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक खरीदी कार्य किया जायेगा। शासकीय अवकाश के दिन खरीदी बंद रहेगी। धान में 17 प्रतिशत से ज्यादा नमीं नहीं होने चाहिए। किसानों को अपना धान सुखाकर एवं अच्छी तरह से साफ करने बेचने लाने का अनुरोध किया गया है।
खरीदी केन्द्रों पर साफ-सफाई के साथ ही कम्पयूटर, इन्टरनेट, आद्रतामापी, कांटा-बांट, रंग एवं सुतली, कर्मचारी एवं हमाल, चबूतरा, तारपोलिन की व्यवस्था, डनेज,संग्रहण केन्द्रों की दूरी, प्राथमिक उपचार पेटी, किसानों के लिए पानी एवं छाया, एफएक्यू का प्रदर्शन की तैयारी पूर्ण कर प्रतिवेदन जिला कार्यालय को प्राप्त हो गया है। संयुक्त पंजीयक सहकारिता यूबीएस राठिया एवं जिला सहकारी बैंक के सीईओ श्रीकांत चन्द्राकर ने आज सेन्द्री सहित आस-पास के कुछ सोसायटियों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

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