प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर मंत्र को धमतरी के रामलाल साहू ने किया साकार, किसानो के लिए बने प्रेरणास्रोत
दीपक साहू की रिपोर्ट
देश मे इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण के चलते कई कारोबार, धंधे चौपट हो गए है…वही आर्थिक मंदी के कारण कई कारोबारों में भारी गिरवट आ गई है लेकिन यह समय, धमतरी जिले के कुरुद क्षेत्र में रहने वाले ग्राम बंजारी निवासी रामलाल साहू केलिए वरदान साबित हो गया है,जिसने 26 साल की उम्र में नई उमंग के साथ गौ पालन करना प्रारम्भ किया था,जो कि आज 40 साल का सफर में तय कर लगभग 60 गाय,बछड़ा,भैंस का पालन कर क्षेत्र में आत्मनिर्भर गौपालक किसान के नाम से जाने जा रहे है जो कि कोरोना काल मे भी इस साल लगभग 5 लाख की कमाई कर लिए है गौ पालन के साथ साथ सब्जी की खेती कर अच्छी आमदनी कमा रहे है और किसान रामलाल साहू आत्मनिर्भर बन रहे है!
मेहनत कभी व्यर्थ नही होता,मेनहत का फल हमेशा मीठा होता है जिसको आज 65 वर्ष के उम्र में रामलाल साहू की मेहनत रंग लाई, 40 साल से जुड़े गौ पालन एवम दुग्ध उत्पादन हेतु आज पूरे छत्तीसगढ़ के जिले के दुग्ध डेयरी का कार्य कर रहे लोगो के लिये रामलाल साहू प्रेरणास्रोत बन गए है, कुरुद क्षेत्र के ग्राम बंजारी में रहने वाले रामलाल साहू ने गौपालन की शुरूआत 4 से 5 गायो का पालन करते हुये खोवा का व्यवसाय कर रहे थे,जो की 40 साल के सफर में उन्नत नश्ल की गौ पालन कर धमतरी जिले में अपनी विशिष्ट पहचान बनाये हुये है ,यही नही वे घर में ही हरे चारे की भी खेती कर रहे है,जिससे प्रति दिन गायों को हरा चारा,पशु आहार,पैरा कट्टी खिलाया जा रहा है पशुओं की खाना दाना की औसतन लागत 3 हजार रू. प्रतिदिन खर्च होती है…जो कि वर्तमान में 26 गाय,30 बछड़ा, 4 भैंस का पालन किया जा रहा है और प्रतिदिन 60 लीटर दुध मिल रहा है…जिसमें 25 लीटर दुध का प्रतिदिन आधे किलो घी एवं 35 लीटर दुध भाठागांव सोसायटी एवं हाॅटलो में बेच रहे है जिससे अच्छी खासी आमदनी कमा रहे है व प्रतिदिन लगभग 3 हजार रूपये की आमदनी कर रहे है! उनके पासउन्नत किश्म की गाय है जिसमें साहीवाल,गिर,थारपारकर,एचएफ,अंगोल,रेड सिंघी नश्ल की गाय पालन की जा रही है जिसकी धोआई,दुहाई,चारा व्यवस्था के लिये प्रतिदिन 4-6 मजदूर काम करते है वही रामलाल साहू भी मजदूरों के साथ हमेशा कार्यो पर लगे रहते है
कोरोना संक्रमण काल में भी यहाँ का दूध राजधानी रायपुर में जा रहा था जो वर्तमान में 1 माह से बंद कर भाठागांव दुग्ध डेयरी व हाॅटल में दिया जा रहा है!
रामलाल साहू बताते है कि गोबर और गौ-मुत्र का उपयोग अपने खुद उपयोग करने वाले धान,सब्जियों से संबंधित खेती बाड़ी में किया जा रहा है एवं गोबर गैंस में किया जा रहा है गोबर अधिक मात्रा में होने से गोबर गैस का उपयोग कर रहे हैं,वही कई प्रकार की सब्जी की खेती भी कर रहे है।बताते है कि दुध की आवक और खाना खर्च के बराबर होता है।इनकी मुख्य आमदनी उन्नत किश्म के गाय, बछड़ा बेचने पर होती है,जिसके चलते इस वर्ष 2020 में 30 नग गाय बछड़ा बेचकर रामलाल साहू ने 5 लाख रूपये की आमदनी कमाई है,रामलाल साहू को विभागो से सम्मानित हुए है, उन्हें सन 2004 में छत्तीसगढ़ हार्टिकल्चर सोसायटी रायपुर द्वारा सब्जी खेती में उन्नत कृषक,2015-16 में उद्याानिकी विभाग द्वारा उन्नत कृषक पुरूस्कार प्राप्त हुआ है,तो वही राज्य स्तरीय पशु मेला उत्सव 2016-17 में पशुधन विकास विभाग से गिर,मुर्रा नश्ल की उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सम्मानित हो चुके है…वही किसान रामलाल साहू को शासन प्रशासन द्वारा भी बेहतर सहयोग मिलने की बात कही!
ग्रामीणों ने भी गौपालक रामलाल साहू के कार्यों की प्रशंसा की है यह अन्य किसानों के लिए मार्गदर्शक बने हुए है,ग्रामीणों में भी यह खुशी है,रामलाल साहू के नाम के साथ गांव का नाम भी जुड़ता है!
डाॅ.टी.एल.साहू पशु चिकित्सक कुरुद बताते है कि रामलाल साहू अच्छी नश्ल की गायो का पालन कर रहे है और समय समय पर स्वास्थ्यवर्द्धक टीकाकरण, मौसमी बीमारी के बचाव हेतु दिशा निर्देश लेने की बात कहते है,
वही रामलाल साहू ने किसानो से अपील करते हुये कहा कि सभी को अपने घरो में 2-4 गायो का पालन करना चाहिए क्योकि जिस घर में गौ माता की सेवा होती है।उस घर में धन धान्य और लक्ष्मी माता की कृपा बरसती है जिससे जीवन हमेशा सुखमय और आनंद उत्साह से परिपूर्ण होता हैं और किसी प्रकार की कमी महसूस नही होती,हिन्दु धर्म में गौ माता की सेवा ही सर्वोपरी है!