भूपेश सरकार ने पारंपरिक खेलो को बढ़ावा देने का बेहतर अवसर दिया– अरविंद शुक्ला छत्तीसगढ़िया ओलिपिंक गिल्ली-डंडा,भौरा जैसे खेलो में खिलाड़ी दिखा रहे है जौहर

बिलासपुर –छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलो को वैश्विक पहचान दिलाने और लोगो में खेल के प्रति जागरूकता लाने शुरू की गई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है । बिलासपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलपिंक पारंपरिक खेलो को बढ़ावा देने का यह एक बेहतर अवसर है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी लगातार छत्तीसगढ़ की परंपराओं को सहजने की दिशा में काम कर रहे है । छत्तीसगढ़ कि अपनी परंपरा और पहचान है इन खेलों के माध्यम से हमें अपनी जड़ों की तरफ फिर से लौटने का मौका मिला है ,गांव में इस तरह के आयोजन होने से एक बार फिर इन खेलों की पहचान बढ़ेगी और आने वाली पीढ़ी इन्हें जान जाएगी।

राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के साथ ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों के खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए खेल वा युवा कल्याण विभाग के माध्यम से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक करा रही है यह आयोजन 6 अक्टूबर 2022 से 6 जनवरी 2023 तक पूरे राज्य में किया जा रहा है,छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में गिल्ली डंडा लंगडी दौड़ फूल संखली कबड्डी खो खो रस्साकशी बाटी घड़ी दौड़ फुगड़ी भंवरा 100 मीटर दौड़ लंबी कूद विलास स्पर्धा आदि का आयोजन किया जा रहा है यह प्रतियोगिता 3 वर्षों में आयोजित की जाएगी ।

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