कांग्रेसी नेताओ के बयानों में आई भिन्नता विधायक ने पुलिस विभाग पर किया कटाक्ष,गृहमन्त्री ने किया बचाव

प्रदेश के गृहमन्त्री और बिलासपुर कांग्रेसी शहर विधायक के बयान में आज प्रेसवार्ता के दौरान भिन्नता नजर आई।जहा एक ओर बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन में गृहमन्त्री ताम्रध्वज साहू पुलिस विभाग के ऊपर लगाए गए आरोपों की किसी तरह लिखित या मौखिक शिकायत मिलने से इनकार करते नजर आए तो दूसरी ओर विधायक अपने आरोपो को सही बताया और पूरे दमखम के साथ कहा कि उनके आरोपो के बाद गृहमन्त्री ने दोषी पुलिसकर्मी के ऊपर कार्यवाही करते हुए तबादला किया है गौरतलब है कि थानों के लोकार्पण समारोह के दौरान बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे ने पुलिस थानों के लोकार्पण वर्चुअल कार्यक्रम में खुले मंच से बिलासपुर पुलिस विभाग पर लेनदेन के गंभीर आरोप लगाते हुए थानो में रेट लिस्ट तय होने की बात कही थी ।

खुले मंच से पुलिस पर अपने ही कांग्रेसी विधायक के इन संगीन आरोपो के बाद पुलिस विभाग की फजीहत होते देख ताम्रध्वज साहू ने बीच मे विधायक को टोकते हुए पूरे मामले की लिखित शिकायत करने की नसीहत देते हुए मामले को संभालने की कोशिश की थी । आज उसी मुद्दे को लेकर प्रेसवार्ता में गृहमन्त्री खुद घिरते नजर आए । और उल्टा पत्रकारों के सामने ही अपने कांग्रेसी विधायक के ऊपर ही सवाल खड़े कर दिए है । गृहमन्त्री का कहना था कि अभी तक शैलेश पांडे ने पुलिस विभाग पर लगाए आरोपो की न तो अभी तक लिखित शिकायत की है और न ही मौखिक शिकायत गृहमन्त्री ने विधायक के आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि थानो में किसी प्रकार की कोई रेट लिस्ट तय नही की गई है विधायक ने यह आरोप लगाया था ये विधायक ही बता सकते है । वही पूरे मामले में आज गृहमन्त्री के इस बयान को विधायक शैलेश पांडे ने खारिज करते हुए कहा कि उनके द्वारा पुलिस विभाग पर लगाये गए आरोप एकदम सही है और शिकायत के बाद गृहमन्त्री के आदेश के बाद ही बिलासपुर एसपी ने दोषी पुलिसकर्मी का तारबाहर थाने ले तबादला कर दिया है ।एक तरफ जहा प्रदेश के गृहमन्त्री विधायक द्वारा किसी भी प्रकार की शिकायत नही मिलने की बात कहते नजर आए तो दूसरी तरफ विधायक डंके की चोट पर शिकायत गृहमन्त्री को करने की बात कहते नजर आए ।

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